नैनीतालः नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में देशभर में हो रहे बवाल से ठिठके पर्यटकों के कदम
खास बातें
- नैनीताल और आसपास के होटलों में 70-80 फीसदी बुकिंग हुई कैंसल
- बड़ी संख्या में पर्यटक क्रिसमस और थर्टी फर्स्ट मनाने आते हैं नैनीताल
- सीएए पर विरोध के चलते बुकिंग कैंसल होने से निराश हैं पर्यटन कारोबारी
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में यूपी समेत देश के अलग-अलग हिस्सों में हो रहे हिंसक प्रदर्शन का असर कुमाऊं के पर्यटन सीजन पर पड़ने लगा है। आलम यह है कि अकेले नैनीताल में 70 से 80 फीसदी होटलों की बुकिंग पर्यटकों ने कैंसल कर दी है।
मालूम हो कि हर वर्ष 25 दिसंबर से लेकर 31 दिसंबर के बीच क्रिसमस और नए साल का जश्न मनाने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक कुमाऊं के पर्यटन क्षेत्रों का रुख करते हैं। रामनगर में भी जिम कार्बेट और आसपास के होटल और रिजॉर्ट समेत पर्यटन से जुड़े कारोबारियों को चार दिनों में दस करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है।
मालूम हो कि हर वर्ष 25 दिसंबर से लेकर 31 दिसंबर के बीच क्रिसमस और नए साल का जश्न मनाने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक कुमाऊं के पर्यटन क्षेत्रों का रुख करते हैं। रामनगर में भी जिम कार्बेट और आसपास के होटल और रिजॉर्ट समेत पर्यटन से जुड़े कारोबारियों को चार दिनों में दस करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है।