नोएडा सेक्टर-71 से नॉलेज पार्क-5 मेट्रो देगी 10 लाख लोगों को फायदा
नोएडा सेक्टर-71 से नॉलेज पार्क-5 मेट्रो देगी 10 लाख लोगों को फायदा
नोएडा। नोएडा सेक्टर-71 से ग्रेटर नोएडा नॉलेज पार्क-5 तक प्रस्तावित मेट्रो कॉरिडोर के विस्तार को उत्तर प्रदेश केबिनेट ने हरी झंडी दे दी है। अब यहां एक माह में मेट्रो का काम शुरू हो जाएगा। पहले चरण का काम अगले तीन साल में पूरा होते ही यहां रहने के लिए आने वाले करीब दस लाख लोगों को मेट्रो की सुविधा मिल जाएगी। यह कॉरिडोर नोएडा सेक्टर-51 मेट्रो स्टेशन से इंटरचेंज के माध्यम से जुडे़गा। फिलहाल, यहां एक लाख लोग रह रहे हैं।
कई वर्षों से नोएडा से ग्रेटर नोएडा वेस्ट को मेट्रो से जोड़ने की परियोजना पर मंथन चल रहा था। इस बाबत नोएडा मेट्रो रेल कारपोरेशन (एनएमआरसी) की ओर से सेक्टर-71 से नॉलेज पार्क-5 तक प्रस्तावित मेट्रो की डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) शासन को भेजी गई थी। इसे मंगलवार को मंजूरी मिल गई। एक्वा लाइन के उद्घाटन के समय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसके विस्तार की घोषणा की थी। हालांकि, इस परियोजना का सपना सपा शासनकाल में देखा गया था। इस कॉरिडोर की डीपीआर दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन की ओर से तैयार की गई है। इसका अनुमोदन नोएडा, ग्रेटर नोएडा और एनएमआरसी के संचालक मंडल की ओर से किया जा चुका है। इस परियोजना की कुल लंबाई 14.958 किलोमीटर है और इसमें 9 स्टेशन प्रस्तावित हैं।
तीन लाख परिवारों और आसपास के लोगों को होगा सीधा फायदा
क्रेडाई एनसीआर के अध्यक्ष मनोज गौड़ ने बताया कि इस परियोजना के पूरा होने पर तीन लाख परिवारों को सीधा फायदा होगा। इसमें दो लाख परिवार ग्रेटर नोएडा एक्सटेंशन के होंगे। अगर एक परिवार में चार लोगों के रहने का अनुमान लगाया जाए तो दस लाख से ज्यादा लोगों को फायदा होगा। इसके अलावा गांवों में रहने वाले लोगों को भी इससे लाभ होगा। तीन लाख फ्लैट निर्माण को पहले से ही मंजूरी मिली हुई है। वहीं, नोएडा के सेक्टर-118, 119, 122, 121, 123 सहित अन्य सेक्टरों के निवासियों को लाभ मिलेगा।
दो चरणों में होगा निर्माण का काम
कॉरिडोर का निर्माण कार्य दो चरणों में किया जाएगा। पहले चरण में 9.1555 किलोमीटर के कॉरिडोर का काम होगा। यह सेक्टर-71 से ग्रेटर नोएडा के सेक्टर-2 तक होगा। इस कॉरिडोर पर पांच स्टेशन होंगे। इसमें नोएडा सेक्टर-122, नोएडा सेक्टर-123, ग्रेटर नोएडा सेक्टर-4, ईकोटेक और ग्रेटर नोएडा सेक्टर-2 होगा। दूसरे चरण में 5.8025 किलोमीटर का काम होगा। इस कॉरिडोर पर चार स्टेशन होंगे। इसमें ग्रेटर नोएडा सेक्टर-3, ग्रेटर नोएडा सेक्टर-10, ग्रेटर नोएडा सेक्टर-12 और ग्रेटर नोएडा नॉलेज पार्क-5 स्टेशन शामिल होंगे।
एलिवेटेड ट्रैक पर तकनीकी सुविधाओं से लैस होगी मेट्रो
पूरा कॉरिडोर एलिवेटेड होगा। ट्रैक को यू गर्डर के माध्यम से बनाया जाएगा। इस कॉरिडोर पर चार कोच की मेट्रो ट्रेन चलेगी। इसमें एक फेरे में 1034 यात्रियों को आवागमन की सुविधा मिल सकेगी। एक्वा लाइन की तर्ज पर यहां भी क्यूआर टिकट, स्मार्ट कार्ड और मोबाइल ऐप के माध्यम से टिकटों की सुविधा मिल पाएगी। इस कॉरिडोर पर चलने वाली ट्रेनें ऑटोमेटिक ट्रेन सुपरविजन, ऑटोमेटिक ट्रेन ऑपरेशन, ऑटोमेटिक ट्रेन प्रोटेक्शन और कम्यूनिकेशन बेस्ड ट्रेन कंट्रोल सिस्टम जैसी तकनीकी सिग्नलिंग और ट्रेन कंट्रोल के लिए होगी। इसकी डिजाइन स्पीड 95 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। जबकि शेड्यूल स्पीड 35 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी।
2682 करोड़ रुपये होगा परियोजना का बजट
नोएडा सेक्टर-71 से नॉलेज पार्क-5 तक मेट्रो परियोजना का बजट 2682 करोड़ का होगा। इसमें केंद्र सरकार, राज्य सरकार, नोएडा प्राधिकरण, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पैसा लगाएंगे। इसके अलावा एनसीआर प्लानिंग बोर्ड और दूसरे वित्तीय संस्थानों की ओर से ऋण की सुविधा भी मिलेगी। नोएडा और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण जमीन मुहैया कराएंगे।
अब केंद्र सरकार की मंजूरी के लिए जाएगी डीपीआर
राज्य सरकार की ओर से डीपीआर को मंजूरी मिलने के बाद इसे भारत सरकार के एनसीआर प्लानिंग बोर्ड, वित्त मंत्रालय, लोक निवेश बोर्ड व शहरी कार्य एवं आवासन मंत्रालय में भारत सरकार के मंत्री परिषद के अनुमोदन के लिए उपलब्ध कराई जाएगी।
राज्य सरकार की मंजूरी मिलने के बाद मेट्रो परियोजना के पहले चरण का काम एक माह में शुरू हो जाएगा। इसका काम तीन साल में पूरा होगा। उसके बाद दूसरे चरण का काम शुरू होगा। इससे लाखों सोसाइटी वासियों को फायदा होगा।